Vartman Pariprekshya me Sondaryashastra ke Aadhar
वर्तमान परिप्रेक्ष्य में सौंदर्यशास्त्र के आधार

Vartman Pariprekshya me Sondaryashastra ke Aadhar
वर्तमान परिप्रेक्ष्य में सौंदर्यशास्त्र के आधार

615.00

10 in stock

Editor(s) — Ghanshyam Sharma
संपादक – घनश्याम शर्मा

| ANUUGYA BOOKS | HINDI | 504 Pages | Hard BOUND | 2018 |
| 5.5 x 8.5 Inches | 600 grams | ISBN : 978-93-86810-73-1 |

10 in stock

Description

घनश्याम शर्मा

संप्रति फ़्रांस की राजधानी पेरिस स्थित “राष्ट्रीय प्राच्य भाषा और सभ्यता संस्थान (इनाल्को)” में हिन्दी प्रोफ़ेसर के पद पर कार्यरत। पंडित विद्यानिवास मिश्र के निर्देशन में आगरा विश्वविद्यालय से पीएच.डी. उपाधि प्राप्त कर केन्द्रीय हिन्दी संस्थान (आगरा) में शोध-सहायक पद पर नियुक्त हुए। इसके बाद इटली के बोलोन्या विश्वविद्यालय में प्रोफ़ेसर उम्बेर्तो एको के निर्देशन में शोध-प्रबन्ध प्रस्तुत कर दूसरी पीएच.डी. उपाधि सीमियाटिक्स में प्राप्त की। इटली के वेनिस विश्वविद्यालय और बोलोन्या विश्वविद्यालय में लंबे समय तक हिंदी-शिक्षण। इतालवी सरकार के निमंत्रण पर प्रथम “इतालवी-हिन्दी और हिन्दी-इतालवी” कोश का संपादन। हिन्दी भाषाविज्ञान पर अनेक लेखों के अलावा इतालवी से हिन्दी तथा हिन्दी से इतालवी में साहित्यिक अनुवाद भी किए। इटली के राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित।

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